baglamukhi shabhar mantra - An Overview



Added benefits: It is a Baglamukhi mantra for enemy. It safeguards folks from enemies by generating complications and hurdles while in the enemy’s route.

में भी साधना करना चाहती हू। आचार्य जी एक दो वूजुर्ग साधकों से में मिली हूं। उन्होंनों शाबर मत्रं दिये थे परन्तु वह क्या सच में मत्रं है। समझ ही नहीं पाई ओर किताबें बहुत पढ़ी। आप के आर्टिकल आजकल पड़ रही हूं। कोई सरल सा मत्रं बात दीजिए। आपकी बहुत ही कृपा होगी।

पीनोन्नत-कुचां स्निग्धां, पीतालाङ्गीं सुपेशलाम् । त्रि-लोचनांचतुर्हस्तां, गम्भीरांमद-विह्वलाम् ।।२

We use cookies to make sure you get the most beneficial working experience on our Internet site.Find out more I concur I disagree

श्रीबगला- पटलोक्त ध्यान ( पीताम्बरा ध्यान मंत्र )

ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद स्वाहा॥

शमशान के लिए गुरू आदेश अनुसार प्रयोग करें।



मुद्-गरं दक्षिणे पाशं, वामे जिह्वां च वज्रकम् ।पीताम्बर-धरां सान्द्र-वृत्त-पीन-पयोधराम‌्

पीताम्बरां पीत-माल्यां, पीताभरण-भूषिताम् । पीत-कञ्ज-पद-द्वन्द्वां , बगलां चिन्तयेऽनिशम् ।।

अर्थात् सुवर्ण जैसी वर्णवाली, मणि-जटित सुवर्ण के सिंहासन पर विराजमान और पीले वस्त्र पहने हुई एवं ‘वसु-पद’ (अष्ट-पद/अष्टापद) सुवर्ण के मुकुट, कण्डल, हार, बाहु-बन्धादि भूषण पहने हुई एवं अपनी दाहिनी दो भुजाओं में नीचे वैरि-जिह्वा और ऊपर गदा लिए हुईं, ऐसे ही बाएँ दोनों हाथों में ऊपर पाश और नीचे वर धारण किए हुईं, चतुर्भुजा भवानी (भगवती) को प्रणाम करता हूँ।

साबधान गुरू कृपा अत: दिक्षा के विना ये प्रयोग कतापी ना करें शत्रू दुबारा प्रत्यगरा , विपरीत प्रत्यंगरा आदि प्रयोग होने पर get more info साघक को भयंकर छती का सामना करना पड़ सकता।

ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ।

A Bagklamukhi Gayatri Mantra is a sacred mantra and is considered to provide the great blessings of the Goddess Baglamukhi. That is a Fortunate mantra for Ladies who get blessed While using the grace from the goddess.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *